
बलरामपुर: सिद्धार्थनगर की महिला को मृत समझकर बलरामपुर राप्ती नदी के किनारे फेंका, दो आरोपी पुलिस मुठभेड़ में गिरफ्तार
बलरामपुर जिले में सिद्धार्थनगर की रहने वाली महिला राप्ती नदी के किनारे गंभीर रूप से घायल और झुलसी अवस्था में मिली थी। पुलिस ने उसे तत्काल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुचाया। जहां पर उसे इलाज के बाद लखनऊ के केजीएमयू अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया। जहां पर उसका इलाज चल रहा है। पुलिस ने घटना को अंजाम देने वाले दो आरोपियों को मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार किया है।
बलरामपुर जिले में राप्ती नदी के किनारे सिद्धार्थनगर की रहने वाली एक महिला को दरिंदों ने गंभीर रूप से घायल कर मृत समझ कर राप्ती नदी के किनारे फेंक दिया था। सुबह लोगों की सूचना पर पहुंची पुलिस घायल महिला को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले गई। जहां पर हालात काफी नाजुक होने पर उसे लखनऊ मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया है। पुलिस ने घटना को अंजाम देने वाले दो शातिर दरिंदों को मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार किया है।
बलरामपुर जिले के गौरा चौराहा थाना क्षेत्र के गांव महरी भोजपुर के पास गंभीर रूप से घायल झुलसी महिला राप्ती नदी के किनारे पड़ी हुई मिली थी। लोगों की सूचना पर पहुंची पुलिस तत्काल उसे इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले गई। जहां पर प्राथमिक उपचार के बाद महिला को लखनऊ मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया। महिला की पहचान सिद्धार्थनगर जिले के जोगिया थाना क्षेत्र की रहने वाली है। पुलिस ने इस जानलेवा हमले के दो आरोपियों को मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपी सिद्धार्थ नगर जिले के तिलौली थाना के गांव शिव नगर के रहने वाले धर्मेंद्र सोनी उर्फ आकाश तथा इसी जिले के रहने वाले अजय उर्फ गौरी शंकर को मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार कर उपचार के बाद जेल भेज दिया है।
फोटो वीडियो डिलीट करने के लिए आरोपी मोबाइल का पूछ रहे थे पासवर्ड ना बताने पर घटना को दिया अंजाम
पुलिस मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार गौरी शंकर उर्फ अजय जायसवाल ने पूछताछ के दौरान पुलिस को बताया कि पीड़िता से करीब 4 वर्ष से उसकी जान पहचान है। आरोप है कि पीड़िता आरोपी को कुछ फोटो और वीडियो को लेकर ब्लैकमेल कर रही थी। इसके अलावा आरोपी अजय को इस बात की जानकारी हो गई थी। महिला के खाते में 8 लाख रुपये है। पैसे को निकालने के लिए आरोपी अजय फोन पे का पासवर्ड लेना चाहता था। लेकिन पीड़िता नहीं दे रही थी। इसके बाद अजय ने महिला को जान से करने का प्लान बनाया।
3 माह पहले से रच रहा था हत्या की साजिश
फोटो वीडियो डिलीट करने और फोन पे का पासवर्ड जानने के लिए 3 महीने पहले से आरोपी अजय साजिश रच रहा था। लेकिन अकेले मारना संभव नहीं था। इसलिए उसने अपने एक और साथी धर्मेंद्र सोनी उर्फ आकाश सोनी को बताया। वह साथ देने के लिए तैयार हो गया। फिर दोनों ने मिलकर पीड़िता को मारने का प्लान तैयार किया।
जमीन दिखाने के बहाने बुलाया फिर हथौड़े से वार कर चेहरे पर तेजाब फेंक दिया मृत समझकर राप्ती नदी के किनारे फेंका
पीड़िता को अजय ने 28 मार्च को जमीन खरीदने का झांसा देकर बुलाया। पीड़िता उनके फोन पर खुटेहना के पास मिली। उसके बाद अपने चार पहिया वाहन पर बैठकर धर्मेंद्र उर्फ आकाश सोनी के साथ जमीन दिखाने के बहाने निकल पड़ा। कई स्थानों पर जमीन दिखाने का झांसा दिया। इस दौरान रात करीब 8 बजे गाड़ी पंचर हो गई। मिठवल बाजार में गाड़ी बनवाने के बाद तीनों लोगों ने एक साथ चाऊमीन खाया तब तक करीब रात के 9 बज गए।
फिर सुनसान स्थान नहर के किनारे ले गए
दोनों ने पीड़िता का मोबाइल लेकर फोटो और वीडियो दिखाने तथा डिलीट करने को कहा पीड़िता ने मोबाइल नहीं दिखाया। इसके बाद दोनों ने मिलकर उसके ऊपर हथौड़े से वार कर दिया। जब वह बेहोश हो गई। तो उसके हाथ और पर दोनों बांध दिए। इसके बाद गाड़ी के पीछे डिग्गी में डाल दिया।
सीतलगंज बासी आकर खाली प्लाट में गाड़ी खड़ी कर दिया
रात के करीब 10 के आसपास दोनों आरोपी सीतलगंज बासी आकर खाली प्लाट में गाड़ी खड़ी कर दिया। इसके बाद धर्मेंद्र सोनी अपने घर चला गया। बाद अजय अपनी पत्नी से रस्सी व बोरा मांग कर गाड़ी में ही पीड़िता के पास रहा। तथा सुबह 4 बजे गौरी शंकर उर्फ अजय की पत्नी द्वारा अपने मोबाइल से आकाश सोनी के मोबाइल पर फोन करके उसे बुलाया। जब वह आ गया। तो दोनों उसे मृत समझकर पहचान मिटाने के लिए उसके चेहरे पर तेजाब फेंक दिया। इसके बाद बलरामपुर जनपद के राप्ती नदी के किनारे फेंक कर चले गए। फिलहाल पुलिस से 48 घंटे के भीतर इस पूरे घटनाक्रम का पर्दाफाश करते हुए दोनों आरोपियों को मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।